
Chhaava Movie (2025) Full Explaination: फिल्म ‘छावा‘ छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित एक ऐतिहासिक महाकाव्य है, जिसका निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया है। इस फिल्म में विक्की कौशल ने मुख्य भूमिका निभाई है, जबकि रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना, आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता ने महत्वपूर्ण सहायक भूमिकाएँ अदा की हैं। फिल्म की कहानी मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति, संभाजी महाराज के जीवन, संघर्ष और बलिदान को दर्शाती है।
कहानी की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन से होती है, जिसके बाद मुगल सम्राट औरंगजेब (अक्षय खन्ना) को लगता है कि मराठा साम्राज्य कमजोर हो गया है। हालांकि, शिवाजी महाराज के पुत्र, संभाजी महाराज (विक्की कौशल), अपने पिता के स्वराज्य के सपने को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। वे अपने सेनापति हंबीरराव मोहिते (आशुतोष राणा) और अन्य वफादार सहयोगियों के साथ मुगलों के खिलाफ संघर्ष जारी रखते हैं।
फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे संभाजी महाराज ने बुरहानपुर पर आक्रमण करके मुगल साम्राज्य को चुनौती दी और नौ वर्षों तक औरंगजेब की सेना से मुकाबला किया। उनकी रणनीतिक कुशलता और वीरता ने मराठा साम्राज्य को मजबूती प्रदान की। हालांकि, अंततः अपने ही लोगों के विश्वासघात के कारण संभाजी महाराज पकड़े जाते हैं और औरंगजेब द्वारा उन्हें अमानवीय यातनाएँ दी जाती हैं। इसके बावजूद, वे अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करते और स्वराज्य के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखते हैं।

विक्की कौशल ने संभाजी महाराज के रूप में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, जिसमें उनकी वीरता और संवेदनशीलता दोनों का समावेश है। अक्षय खन्ना ने औरंगजेब की भूमिका में अपनी शांत और संयमित अभिनय शैली से गहरी छाप छोड़ी है। रश्मिका मंदाना ने येसुबाई की भूमिका में अच्छा काम किया है, हालांकि उनके संवाद अदायगी में कुछ कमी महसूस होती है। आशुतोष राणा और दिव्या दत्ता ने अपने-अपने किरदारों में जान डाल दी है।
निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने ऐतिहासिक घटनाओं को बड़े पर्दे पर सजीव करने में सफलता पाई है। फिल्म के युद्ध दृश्य, विशेष रूप से क्लाइमेक्स का युद्ध दृश्य, दर्शकों को बांधे रखते हैं। हालांकि, फिल्म की गति बीच-बीच में धीमी पड़ती है, जिससे कहानी में कुछ खामियाँ नजर आती हैं।
संगीत की बात करें तो ए.आर. रहमान का संगीत फिल्म के माहौल के साथ मेल खाता है, विशेष रूप से ‘आया रे तूफान’ गीत प्रभावशाली है। सौरभ गोस्वामी की सिनेमैटोग्राफी ने फिल्म को भव्यता प्रदान की है, जो दर्शकों को उस युग में ले जाती है।

फिल्म की रिलीज़ के बाद, इसे समीक्षकों से मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिलीं। रेडिफ के प्रसन्ना जोरे ने फिल्म को 4 में से 2 सितारे दिए, लेकिन छत्रपति संभाजी महाराज पर फिल्म बनाने के प्रयास के लिए 4 सितारे दिए। एबीपी लाइव के अमित भाटिया ने 5 में से 4 सितारे देते हुए लिखा कि फिल्म आपको इतिहास की भव्यता और दृढ़ता में डुबो देती है। पिंकविला के ऋशिल जोगानी ने 3.5/5 रेटिंग दी और लिखा कि विक्की कौशल का प्रदर्शन फिल्म को ऊँचाइयों तक ले जाता है। बॉलीवुड हंगामा ने फिल्म को 4/5 रेटिंग देते हुए इसे एक gripping historical spectacle कहा। हालांकि, कुछ समीक्षकों ने फिल्म की ध्वनि डिजाइन, गीतों की गुणवत्ता और गति में खामियाँ बताई हैं।
बॉक्स ऑफिस पर, ‘छावा’ ने मजबूत शुरुआत की, विशेष रूप से महाराष्ट्र में, और अपने शुरुआती सप्ताहांत में वैश्विक स्तर पर ₹200 करोड़ का संग्रह किया। फिल्म की लोकप्रियता के कारण मुंबई में देर रात 1:30 बजे तक के शो आयोजित किए गए।
कुल मिलाकर, ‘छावा‘ एक ऐसी फिल्म है जो छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता और बलिदान को दर्शाती है। विक्की कौशल का उत्कृष्ट अभिनय और ऐतिहासिक घटनाओं का सजीव चित्रण इस फिल्म को विशेष बनाता है। हालांकि, कहानी में कुछ खामियाँ और धीमी गति के बावजूद, यह फिल्म इतिहास और वीरता की कहानियों में रुचि रखने वालों के लिए अवश्य देखने योग्य है।